what is normality and molarity|नॉर्मेलिटी सक्रिय इकाइयों की संख्या को ध्यान में रखती है, जबकि मोलैरिटी केवल विलेय के मोलों पर केंद्रित होती है।
what is normality and molarity?
किसी विलयन की नॉर्मेलिटी या मोलैरिटी कैसे निर्धारित की जाती है
मोलैरिटी (Molarity) की गणना
मोलैरिटी (M) किसी विलयन में घुले विलेय के मोलों की संख्या को उस विलयन के लीटर में विभाजित करके निर्धारित की जाती है। इसका सूत्र निम्नलिखित है:
Where:
- = Molarity (in moles per liter, mol/L)
- = Number of moles of solute
- = Volume of the solution in liters
उदाहरण:
यदि 5 ग्राम NaOH को 450 मिलीलीटर पानी में घोला गया है, तो मोलैरिटी की गणना इस प्रकार होगी:
- NaOH का मोलर द्रव्यमान: 40 g/mol
- मोल निकालना:
- आयतन को लीटर में बदलना:
- मोलैरिटी की गणना:
नॉर्मेलिटी (Normality) की गणना
नॉर्मेलिटी की परिभाषा
नॉर्मेलिटी (N) किसी विलयन में घुले विलेय के समकक्ष मोलों की संख्या को उस विलयन के लीटर में विभाजित करके निर्धारित की जाती है। इसे निम्नलिखित सूत्र से व्यक्त किया जा सकता है:
गणना का तरीका
- समकक्ष मोल (Gram Equivalents) की गणना:
- समकक्ष मोल की गणना के लिए, विलेय का वजन और उसके समकक्ष वजन का उपयोग किया जाता है:
- नॉर्मेलिटी की गणना:
- एक बार जब समकक्ष मोल ज्ञात हो जाए, तो नॉर्मेलिटी की गणना निम्नलिखित तरीके से की जाती है:
उदाहरण
यदि 13 ग्राम को 500 मिलीलीटर समाधान में घोला गया है, तो नॉर्मेलिटी की गणना इस प्रकार होगी:
- मॉलिक्यूलर वेट:
- का मॉलिक्यूलर वेट:
- समकक्ष वजन:
- यदि का n-factor 4 है, तो समकक्ष वजन होगा:
-
समकक्ष मोल की गणना:
- विलयन का आयतन:
- नॉर्मेलिटी की गणना:
रासायनिक गणनाओं में उपयोग
नॉर्मेलिटी का उपयोग रासायनिक प्रतिक्रियाओं में महत्वपूर्ण होता है, जैसे कि:
- टाइट्रेशन प्रक्रियाएँ: नॉर्मेलिटी का उपयोग अम्ल और क्षारों के बीच टाइट्रेशन में किया जाता है ताकि सही मात्रा में प्रतिक्रिया सुनिश्चित हो सके।
- सांद्रता का निर्धारण: यह विभिन्न रासायनिक समीकरणों को संतुलित करने और उत्पादों की मात्रा की गणना करने में मदद करता है।
इस प्रकार, नॉर्मेलिटी रासायनिक गणनाओं में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
रासायनिक गणनाओं में उपयोग
मोलैरिटी और नॉर्मेलिटी का उपयोग रासायनिक गणनाओं में कई कारणों से किया जाता है:
- प्रतिक्रियाओं की सांद्रता: इनका उपयोग रासायनिक प्रतिक्रियाओं में विलेय के प्रभाव को समझने और नियंत्रित करने के लिए किया जाता है।
- गणनाएँ: मोलरता और नॉर्मेलिटी का उपयोग विभिन्न रासायनिक समीकरणों को संतुलित करने और उत्पादों की मात्रा की गणना करने में किया जाता है।
- विश्लेषणात्मक रसायन विज्ञान: इनका उपयोग विभिन्न विश्लेषणात्मक तकनीकों, जैसे टाइट्रेशन, में किया जाता है ताकि सही परिणाम प्राप्त किए जा सकें।
इस प्रकार, मोलैरिटी और नॉर्मेलिटी रासायनिक गणनाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जिससे वैज्ञानिक प्रयोगों और अनुसंधानों को सटीकता से किया जा सके।