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norfloxacin tablet uses in hindi

norfloxacin tablet uses in hindi|नॉरफ्लॉक्सासिन (Norfloxacin) एक एंटीबायोटिक दवा है, जो फ्लूरोक्विनोलोन (Fluoroquinolone) वर्ग से संबंधित है। यह बैक्टीरिया के कारण होने वाले संक्रमणों के इलाज में उपयोग की जाती है। यह दवा मुख्य रूप से मूत्र मार्ग संक्रमण (Urinary Tract Infections – UTIs) और जठरांत्र संक्रमण (Gastrointestinal Infections) के इलाज में प्रभावी है।

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नॉरफ्लॉक्सासिन का उपयोग:

नॉरफ्लॉक्सासिन का उपयोग निम्नलिखित संक्रमणों के इलाज में किया जाता है:

  1. मूत्र मार्ग संक्रमण (UTIs):
    • पेशाब में जलन, बार-बार पेशाब आना, और मूत्र मार्ग में बैक्टीरिया जनित संक्रमणों का इलाज।
  2. गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल संक्रमण:
    • पेट की आंतों में बैक्टीरिया के संक्रमण, जैसे डायरीया (Diarrhea) और डिसेंट्री (Dysentery) का इलाज।
    • यह विशेष रूप से ई. कोलाई (E. coli) और शिगेला (Shigella) बैक्टीरिया के खिलाफ प्रभावी है।
  3. प्रोस्टेट संक्रमण (Prostatitis):
    • प्रोस्टेट ग्रंथि में बैक्टीरिया के संक्रमण का इलाज।
  4. यौन संचारित रोग (STDs):
    • कुछ यौन संचारित रोगों में भी उपयोग किया जाता है।
  5. सर्जरी के बाद संक्रमण की रोकथाम:
    • यह सर्जरी के बाद संक्रमण रोकने के लिए प्रोफिलेक्टिक दवा के रूप में भी उपयोगी है।

नॉरफ्लॉक्सासिन का कार्य करने का तरीका (Mechanism of Action):

नॉरफ्लॉक्सासिन बैक्टीरिया के डीएनए रिप्लिकेशन (DNA Replication) को रोककर काम करता है। यह दो मुख्य एंजाइमों को बाधित करता है:

  1. डीएनए गाइरेज (DNA Gyrase):
    • यह एंजाइम बैक्टीरिया के डीएनए को सुपरकॉइल्ड संरचना में बनाए रखने में मदद करता है। नॉरफ्लॉक्सासिन इसे बाधित करके डीएनए को अनस्टेबल कर देता है।
  2. टॉपोइसोमेरेज IV (Topoisomerase IV):
    • यह एंजाइम डीएनए के सेगमेंट को अलग करने में मदद करता है। नॉरफ्लॉक्सासिन इसे रोकता है, जिससे डीएनए का विभाजन और सेल डिवीजन बाधित हो जाता है।

इन दोनों एंजाइमों की गतिविधि रुकने से बैक्टीरिया के बढ़ने और पुनरुत्पादन (Reproduction) की प्रक्रिया रुक जाती है, जिससे बैक्टीरिया मर जाते हैं।


दवा का प्रशासन:

  • आम खुराक (Dosage):
    • नॉरफ्लॉक्सासिन को आमतौर पर दिन में 1-2 बार, भोजन से 1 घंटा पहले या 2 घंटे बाद दिया जाता है।
  • आवश्यक सावधानियां:
    • खाली पेट लेना अधिक प्रभावी होता है।
    • पर्याप्त मात्रा में पानी के साथ लें ताकि मूत्र पथ में जलन न हो।
    • एंटी-एसिड्स, कैल्शियम या आयरन सप्लीमेंट के साथ इसे न लें क्योंकि यह दवा के अवशोषण को कम कर सकते हैं।

सावधानियां और संभावित दुष्प्रभाव:

सावधानियां:

  1. एलर्जी: यदि नॉरफ्लॉक्सासिन या किसी अन्य फ्लूरोक्विनोलोन से एलर्जी हो तो इसका उपयोग न करें।
  2. गर्भावस्था और स्तनपान: गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं में इसका उपयोग डॉक्टर की सलाह पर ही करें।
  3. तंत्रिका तंत्र पर प्रभाव: दवा तंत्रिका तंत्र पर हल्का प्रभाव डाल सकती है, इसलिए मिर्गी (Epilepsy) के मरीज इसे सावधानी से लें।

सामान्य दुष्प्रभाव:

  • मतली और उल्टी
  • पेट दर्द और दस्त
  • चक्कर आना
  • सिरदर्द
  • सजीव सपने या अनिद्रा

गंभीर दुष्प्रभाव (Rare):

  • टेंडन में सूजन या फटना (Tendinitis या Tendon Rupture)
  • प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता (Photosensitivity)
  • तंत्रिका क्षति (Peripheral Neuropathy)

निष्कर्ष:

नॉरफ्लॉक्सासिन एक प्रभावी एंटीबायोटिक है, जो बैक्टीरिया जनित संक्रमणों के इलाज में उपयोगी है। इसका उपयोग सावधानीपूर्वक और डॉक्टर की सलाह से किया जाना चाहिए ताकि इसके दुष्प्रभावों और प्रतिरोधी (Antibiotic Resistance) बैक्टीरिया के खतरे से बचा जा सके।

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