Nickel is magnetic. Why don’t nickel or nickel-chemexplorersजानें कि क्यों निकेल चुंबकीय होने के बावजूद निकेल या निकेल-प्लेटेड सिक्के चुंबक से नहीं चिपकते। इसमें सिक्कों में निकेल की कम मात्रा, अन्य धातुओं का मिश्रण और तापमान का प्रभाव शामिल है।
Nickel is magnetic. Why don’t nickel or nickel-chemexplorers
सिक्कों में निकेल का उपयोग मुख्यतः धातु की स्थायित्व और चमक बढ़ाने के लिए किया जाता है। अधिकांश देशों में, सिक्कों में निकेल के अलावा तांबा, जस्ता, और अन्य धातुओं का मिश्रण होता है। इन धातुओं का मिश्रण चुंबकीय गुणों को कमजोर कर देता है या पूरी तरह समाप्त कर देता है।
उदाहरण के लिए, यदि कोई सिक्का 25% निकेल और 75% तांबा का बना है, तो तांबे की बड़ी मात्रा निकेल के चुंबकीय गुणों को प्रभावी ढंग से नष्ट कर देगी। इसलिए, निकेल-प्लेटेड सिक्के या मिश्रित धातुओं से बने सिक्के चुंबक से नहीं चिपकते हैं।
संक्षेप में, सिक्कों में निकेल की कम मात्रा और अन्य धातुओं के साथ मिश्रण के कारण वे चुंबकीय नहीं होते और इसलिए चुंबक से नहीं चिपकते।
इसके अलावा, यह भी महत्वपूर्ण है कि निकेल की चुंबकीयता तापमान पर निर्भर करती है। जब तापमान बढ़ता है, तो निकेल की चुंबकीयता घट जाती है। सिक्कों में प्रयुक्त मिश्रधातुएँ सामान्य परिस्थितियों में उतनी चुंबकीय नहीं होतीं जितनी शुद्ध निकेल।
आधुनिक सिक्कों में अक्सर कॉस्ट (लागत) और प्रदर्शन (दृढ़ता, संक्षारण प्रतिरोध) को ध्यान में रखते हुए धातुओं का चयन किया जाता है। इसलिए, वे चुंबकीय गुणों के बजाय अन्य गुणों पर अधिक निर्भर करते हैं।
उदाहरण के लिए, संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रयोग होने वाले पांच सेंट के सिक्के (निकेल) 75% तांबे और 25% निकेल से बने होते हैं, और वे चुंबक से चिपकते नहीं हैं। इसी प्रकार, अन्य देशों में भी सिक्कों के मिश्रधातु चयन से चुंबकीयता को कम करने का प्रयास किया जाता है।
इस तरह से, निकेल या निकेल-प्लेटेड सिक्कों का चुंबक से न चिपकना कई कारकों पर निर्भर करता है:
- सिक्कों में निकेल की मात्रा कम होती है।
- सिक्कों में अन्य गैर-चुंबकीय धातुओं का मिश्रण होता है।
- मिश्रधातुओं का चयन आर्थिक और कार्यात्मक गुणों पर आधारित होता है।
- तापमान की स्थिति भी निकेल की चुंबकीयता को प्रभावित करती है।
इन सभी कारणों से निकेल या निकेल-प्लेटेड सिक्के चुंबक से नहीं चिपकते।