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mcq answer

Answer
  1. B) बायोमास से
  2. A) दृश्यमान प्रकाश के तहत BPA का 98% अपघटन दक्षता
  3. B) एक नया प्रकार समुद्री जल में तेजी से अपघटित होता है
  4. B) कार्बन डाइऑक्साइड पुनर्चक्रण
  5. B) कवक से रासायनिक यौगिक
  6. B) मैंगनीज का उपयोग करके स्थायी उत्पादन
  7. A) न्यूरल नेटवर्क
  8. B) प्रतिबंधित पिगमेंट
  9. B) कूलिंग फैब्रिक्स बनाना
  10. A) कोवैलेंट ऑर्गेनिक फ्रेमवर्क्स संश्लेषण
  11. A) नैनोपोर सीक्वेंसिंग
  12. B) जो जीवाश्म ईंधन के बजाय बिजली का उपयोग करता है
  13. B) यह जलवायु परिवर्तन के कारण बढ़ रही है
  14. B) आधुनिक माइक्रोपार्टिकल्स का निर्माण
  15. B) नवीन रासायनिक उपकरण

यहाँ प्रत्येक बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQ) का संक्षिप्त वर्णन हिंदी में दिया गया है:

  1. प्रोपलीन उत्पादन के लिए नई विधि: प्रोपलीन, जो पारंपरिक रूप से जीवाश्म ईंधनों से प्राप्त होता है, अब बायोमास से उत्पादित किया जा रहा है, जो एक नवीकरणीय संसाधन है, और यह अधिक स्थायी तरीका है।
  2. फोटोकैटलिस्ट से जुड़ी हालिया खोज: एक नए फोटोकैटलिस्ट ने BPA (बिस्फेनॉल A), जो एक हानिकारक रसायन है, को दृश्यमान प्रकाश में 98% दक्षता के साथ अपघटित करने में सफलता प्राप्त की है। यह पर्यावरण की सफाई में एक बड़ी प्रगति है।
  3. बायोप्लास्टिक्स में महत्वपूर्ण खोज: एक नया प्रकार का बायोप्लास्टिक विकसित किया गया है जो समुद्री जल में तेज़ी से अपघटित होता है, जिससे समुद्री पर्यावरण पर इसका नकारात्मक प्रभाव कम हो जाता है।
  4. दृश्यमान प्रकाश और इलेक्ट्रोकेमिस्ट्री के उपयोग का ध्यान: हालिया शोध कार्बन डाइऑक्साइड के पुनर्चक्रण पर केंद्रित है, जो इसे स्थिर और पुन: उपयोगी बनाने के लिए दृश्यमान प्रकाश और इलेक्ट्रोकेमिस्ट्री का उपयोग करता है।
  5. कोलोरेक्टल कैंसर थेरेपी के लिए नया दवा लक्ष्य: हाल ही में, कोलोरेक्टल कैंसर के उपचार के लिए एक नया दवा लक्ष्य कवक से प्राप्त रासायनिक यौगिकों के रूप में पहचाना गया है।
  6. लिथियम-आयन बैटरी में प्रगति: मैंगनीज का उपयोग करके लिथियम-आयन बैटरियों का स्थायी उत्पादन सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण विकास हुआ है, जिससे बैटरी का उत्पादन अधिक पर्यावरण-अनुकूल हो गया है।
  7. दवा खोज को बढ़ाने की विधि: दवाओं की खोज में सुधार के लिए न्यूरल नेटवर्क जैसी उन्नत मशीन लर्निंग तकनीक का उपयोग किया जा रहा है, जिससे दवा विकास प्रक्रिया में तेजी आई है।
  8. EU में टैटू इंक के पिगमेंट: यूरोप में टैटू इंक में कुछ प्रतिबंधित पिगमेंट पाए गए हैं, जिनका उपयोग स्वास्थ्य और सुरक्षा कारणों से प्रतिबंधित किया गया है।
  9. चॉक-आधारित कोटिंग का उद्देश्य: शोधकर्ताओं द्वारा विकसित चॉक-आधारित कोटिंग का उद्देश्य ऐसे फैब्रिक्स बनाना है जो कूलिंग प्रभाव देते हैं, जिससे गर्मी के दिनों में कपड़े पहनने वाले को ठंडक मिलती है।
  10. कार्बन कैप्चर में सुधार: कार्बन कैप्चर प्रक्रिया को बेहतर बनाने के लिए कोवैलेंट ऑर्गेनिक फ्रेमवर्क्स (COFs) के संश्लेषण में सुधार किया गया है, जो अधिक कार्बन कैप्चर क्षमता प्रदान करता है।
  11. प्रोटीन की समझ में सुधार: नैनोपोर सीक्वेंसिंग नामक तकनीक प्रोटीन की संरचना और कार्यों को समझने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है, जिससे जैविक अनुसंधान में प्रगति हो रही है।
  12. स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय का अभिनव रिएक्टर: स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय ने एक रिएक्टर विकसित किया है जो जीवाश्म ईंधनों के बजाय बिजली का उपयोग करता है, जिससे इसे अधिक पर्यावरणीय रूप से अनुकूल बनाया गया है।
  13. मरकरी प्रदूषण की चिंता: जलवायु परिवर्तन के कारण मरकरी प्रदूषण में वृद्धि हो रही है, जो पारिस्थितिकी तंत्र और मानव स्वास्थ्य के लिए गंभीर चिंता का विषय है।
  14. प्राचीन निर्माण विधियों का उपयोग: प्राचीन निर्माण विधियों का उपयोग करते हुए आधुनिक माइक्रोपार्टिकल्स का निर्माण किया जा रहा है, जिससे विभिन्न वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुप्रयोगों में नवाचार हो रहा है।
  15. दवा निर्माण प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने की तकनीक: नवीन रासायनिक उपकरणों का उपयोग दवा निर्माण प्रक्रिया को तेज़ और अधिक कुशल बनाने के लिए किया जा रहा है, जिससे औषधि विकास की लागत और समय में कमी आई है।

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