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ls coupling in chemistry

  1. L-S युग्मन का अर्थ:

    1. ऑर्बिटल कोणीय संवेग (L):
      • यह इलेक्ट्रॉन के कक्षीय गति से जुड़ा होता है।
      • यदि एक परमाणु में n इलेक्ट्रॉन हैं, तो सभी इलेक्ट्रॉनों के कक्षीय कोणीय संवेग (l1,l2,l3,) को वेक्टर रूप में जोड़ा जाता है, जिससे कुल ऑर्बिटल कोणीय संवेग (L) प्राप्त होता है।
    2. स्पिन कोणीय संवेग (S):
      • यह इलेक्ट्रॉन के आंतरिक गुणधर्म, स्पिन, से संबंधित है।
      • सभी इलेक्ट्रॉनों के स्पिन कोणीय संवेग (s1,s2,s3,) को जोड़ा जाता है, जिससे कुल स्पिन कोणीय संवेग (S) प्राप्त होता है।
    3. कुल कोणीय संवेग (J):
      • अंत में, L और S को वेक्टर रूप में जोड़ा जाता है, जिससे कुल कोणीय संवेग (J) प्राप्त होता है:J=L+S
      • J के मान LS से L+S तक हो सकते हैं।

    L-S युग्मन द्वारा दी जाने वाली जानकारी:

    1. स्पेक्ट्रल टर्म प्रतीक:
      • यह प्रक्रिया परमाणु के इलेक्ट्रॉनिक अवस्थाओं को स्पेक्ट्रल टर्म प्रतीक (Spectroscopic Term Symbol) के रूप में व्यक्त करती है, जो 2S+1LJ के रूप में लिखा जाता है।
        • S: स्पिन गुणांक।
        • L: ऑर्बिटल गुणांक (जो S,P,D,F, द्वारा दर्शाया जाता है)।
        • J: कुल कोणीय संवेग।
      • उदाहरण: 3P21S0
    2. इलेक्ट्रॉनिक अवस्थाओं का ऊर्जा स्तर:
      • L-S युग्मन का उपयोग परमाणु के ऊर्जा स्तरों को निर्धारित करने के लिए किया जाता है।
      • जब L और S युग्मित होते हैं, तो स्पिन-कक्षीय युग्मन के कारण अलग-अलग J अवस्थाओं में ऊर्जा का विभाजन होता है।
    3. स्पेक्ट्रम की व्याख्या:
      • यह परमाणु स्पेक्ट्रा में उत्पन्न होने वाले संरचनात्मक बारीकियों (Fine Structure) को समझने में मदद करता है।
    4. आवर्त सारणी में प्रवृत्ति:
      • L-S युग्मन हल्के परमाणुओं (जैसे, कार्बन, नाइट्रोजन) में प्रभावी है, जहां स्पिन-कक्षीय युग्मन अपेक्षाकृत कमजोर होता है। भारी परमाणुओं में, jj युग्मन प्रभावी हो जाता है।

    L-S युग्मन का महत्व:

    • यह परमाणु संरचना और स्पेक्ट्रल लाइनें समझने के लिए एक बुनियादी ढांचा प्रदान करता है।
    • हल्के तत्वों के स्पेक्ट्रा की व्याख्या में इसका उपयोग किया जाता है।
    • यह क्वांटम भौतिकी और परमाणु भौतिकी में ऊर्जा स्तरों की बारीकी से समझ के लिए आवश्यक है।

    उदाहरण 1: हाइड्रोजन (H)

    • हाइड्रोजन में केवल एक इलेक्ट्रॉन होता है (n=1,l=0s=12).
    • L=0 (क्योंकि केवल एक इलेक्ट्रॉन है)।
    • S=12
    • कुल कोणीय संवेग J=L+S=12
    • स्पेक्ट्रल टर्म प्रतीक: 2S12

    उदाहरण 2: हीलियम (He) का पहला उत्तेजित अवस्था

    • इलेक्ट्रॉनिक संरचना: 1s2p
    • इलेक्ट्रॉनों के लिए:
      • l1=0l2=1L=1 (वेक्टर योग)।
      • s1=12s2=12S=1 या S=0
    • J=L+S:
      • यदि S=1, तो J=2,1,0
      • यदि S=0, तो J=1
    • स्पेक्ट्रल टर्म प्रतीक: 3P23P13P01P1

    उदाहरण 3: कार्बन (C)

    • इलेक्ट्रॉनिक संरचना: 1s22s22p2
    • 2p उपशेल में दो इलेक्ट्रॉन हैं:
      • l1=1l2=1L=2,1,0
      • s1=12s2=12S=1 या S=0
    • J=L+S:
      • यदि L=2,S=1J=3,2,1
      • यदि L=1,S=1J=2,1,0
      • यदि L=0,S=1J=1
      • यदि S=0J=L
    • स्पेक्ट्रल टर्म प्रतीक: 3P23P13P01D21S0

    उदाहरण 4: ऑक्सीजन (O)

    • इलेक्ट्रॉनिक संरचना: 1s22s22p4
    • 2p उपशेल में चार इलेक्ट्रॉन हैं:
      • L=1 और S=1 प्रमुख रूप से युग्मन के बाद।
    • J=L+S:
      • J=2,1,0
    • स्पेक्ट्रल टर्म प्रतीक: 3P23P13P0

    उदाहरण 5: नाइट्रोजन (N)

    • इलेक्ट्रॉनिक संरचना: 1s22s22p3
    • 2p में तीन इलेक्ट्रॉन हैं:
      • L=3S=32
    • J=L+S:
      • J=92,72,52,
    • स्पेक्ट्रल टर्म प्रतीक: 4S32

    यहाँ L-S युग्मन के लिए एक चार्ट प्रस्तुत किया गया है, जिसमें विभिन्न परमाणुओं के L (ऑर्बिटल कोणीय संवेग), S (स्पिन कोणीय संवेग), और Jmax (कुल कोणीय संवेग) के मान दिए गए हैं:

    Atom L (Orbital Angular Momentum) S (Spin Angular Momentum) J (Max Total Angular Momentum)
    H 0 0.5 0.5
    He 1 1 2
    C 2 1 3
    O 1 1 2
    N 3 1.5 4.5

    स्पष्टीकरण:

    1. H (हाइड्रोजन): केवल एक इलेक्ट्रॉन है, इसलिए L=0S=0.5, और J=0.5
    2. He (हीलियम): उत्तेजित अवस्था में, L=1S=1, और J=2
    3. C (कार्बन): दो p-इलेक्ट्रॉनों के कारण L=2S=1, और J=3
    4. O (ऑक्सीजन): L=1S=1, और J=2
    5. N (नाइट्रोजन): L=3S=1.5, और J=4.5

    यह तालिका इन परमाणुओं के क्वांटम गुणों का स्पष्ट रूप से प्रतिनिधित्व करती है।


    सारांश:

    L-S युग्मन में स्पेक्ट्रल टर्म प्रतीक 2S+1LJ का उपयोग करके विभिन्न इलेक्ट्रॉनों की अवस्थाओं का वर्णन किया जाता है। ये प्रतीक परमाणु के ऊर्जा स्तर और स्पेक्ट्रम की संरचना को समझने के लिए उपयोगी होते हैं।

     

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