coordination compounds समन्वय यौगिकों के प्रश्न-पत्र के समाधान|इस लेख में समन्वय यौगिकों के विभिन्न प्रश्नों के विस्तृत समाधान दिए गए हैं। यहाँ प्रश्न 13 से 21 तक के उत्तर, उदाहरण, संरचना चित्र, और आइसोमरिज्म प्रकारों का विस्तार से वर्णन किया गया है, जो रसायन विज्ञान के छात्रों के लिए सहायक हो सकते हैं।
coordination compounds समन्वय यौगिकों के प्रश्न-पत्र के समाधान
प्रश्न 13:
निम्नलिखित के समन्वय यौगिकों को नामकरण के उदाहरण देकर समझाइए: (i)
(ii)
(iii)
उत्तर: (i)
नाम: हेक्सामाइनप्लैटिनम(IV) हेक्सासायनोक्रोमेट(III)
(ii)
नाम: टेट्रामाइनप्लैटिनम(II) टेट्राक्लोरोप्लैटिनेट(II)
(iii)
नाम: हेक्सामाइनक्रोमियम(III) हेक्सासायनोकोबाल्टेट(III)
प्रश्न 14:
सोडियम पेंटासाइनो (थायोएसिटो) फेरीट (VI) का संरचना चित्र लिखिए।
उत्तर:
प्रश्न 15:
निम्नलिखित समूह में किस प्रकार के समन्वय यौगिकों का प्रदर्शन प्रदर्शित होता है, किसी को दो समझाएं—
(i) तथा
इसमें आइसोमरिज्म प्रदर्शित होता है, जिसमें एक ही यौगिक में लिगैंड्स का विन्यास बदलता है।
(ii) तथा
इसमें चार्ज आइसोमरिज्म प्रदर्शित होता है, जिसमें विभिन्न संयोजन चार्ज के कारण भिन्न होते हैं।
(iii) तथा
इसमें लिगैंड आइसोमरिज्म प्रदर्शित होता है, जिसमें एक ही प्रकार का लिगैंड भिन्न-भिन्न रूप में होता है।
प्रश्न 16:
निम्नलिखित यौगिकों के अणुयोगिक के आधार पर आइसोमरिज्म प्रकार और उनकी संरचना का नामकरण कीजिए।
(i)
नाम: पोटैशियम हेक्सासायनोक्रोमेट(III)
प्रकार: आयनन आइसोमरिज्म
(ii)
नाम: पोटैशियम हेक्सासायनोफेरीट(II)
प्रकार: आइसोमरिज्म नहीं
(iii)
नाम: डाइअमाइनडायक्लोरोप्लैटिनम(II)
प्रकार: ज्यामितीय आइसोमरिज्म (सिस-ट्रांस आइसोमर)
(iv)
नाम: टेट्रासायनोनिक्केल(II)
प्रकार: आइसोमरिज्म नहीं
प्रश्न 17:
निम्नलिखित में से किसी एक पर टिप्पणी लिखिए—
(i) संतुलन स्थायित्वता
(ii) लक्षण स्थायित्वता
उत्तर:
(i) संतुलन स्थायित्वता: यह यौगिक की स्थिरता को संदर्भित करता है जब वह संतुलन अवस्था में होता है। यह स्थायित्वता संबंधित यौगिक के भंगरण या पुनर्संयोजन के विरोध में होती है।
(ii) लक्षण स्थायित्वता: यह उस स्थायित्वता को संदर्भित करती है जो एक यौगिक में परिवर्तन के विरुद्ध होती है, जैसे कि तापमान, दाब आदि के परिवर्तन के बावजूद यौगिक का संरचना स्थिर रहती है।
प्रश्न 18:
चतुर्भुजात्मक समन्वय में प्रकटित समन्वयता का विवरण दीजिए।
उत्तर: चतुर्भुजात्मक समन्वय में, केंद्रीय परमाणु चार लिगैंड्स के साथ समन्वय करता है, जो उसे चतुर्भुजात्मक आकार देता है। यह समन्वय सामान्यतः d8 इलेक्ट्रॉनिक विन्यास वाले धातु आयनों में देखा जाता है, जैसे Ni(II), Pd(II), Pt(II)।
प्रश्न 19:
निम्नलिखित में से कौन पहचान करें—
(i) तथा
पहला जटिल: हेक्सामाइनकोबाल्ट(III)
दूसरा जटिल: टेट्रामाइनडायक्लोरोकोबाल्ट(III) क्लोराइड
(ii) तथा
पहला जटिल: पेंटामाइनक्लोरोकोबाल्ट(III) क्लोराइड
दूसरा जटिल: टेट्रामाइनडायक्लोरोकोबाल्ट(III) क्लोराइड
प्रश्न 20:
उदाहरण देकर समकालिक और विषमकालिक समन्वयता को स्पष्ट करें।
उत्तर:
समकालिक समन्वयता:
जब समन्वय यौगिक में सभी लिगैंड्स एक ही समय पर केंद्रीय परमाणु से जुड़ते हैं, तो उसे समकालिक समन्वयता कहते हैं। उदाहरण:
विषमकालिक समन्वयता:
जब समन्वय यौगिक में लिगैंड्स विभिन्न समय पर केंद्रीय परमाणु से जुड़ते हैं, तो उसे विषमकालिक समन्वयता कहते हैं। उदाहरण: में एक लिगैंड पहले जुड़ा और अन्य लिगैंड बाद में जुड़े।
प्रश्न 21:
समन्वय यौगिकों में समग्र और विभाजक समन्वयता को स्पष्ट करें और एक उदाहरण देते हुए समझाइए।
उत्तर:
समग्र समन्वयता:
इस प्रकार की समन्वयता में, लिगैंड्स केंद्रीय परमाणु के चारों ओर एक समान रूप से फैले होते हैं। उदाहरण:
विभाजक समन्वयता:
इस प्रकार की समन्वयता में, लिगैंड्स केंद्रीय परमाणु के चारों ओर असमान रूप से फैले होते हैं। उदाहरण: