polarography in pharmaceutical analysis|यह प्रयोग पोलेरोग्राफिक तकनीक का उपयोग करके किसी अज्ञात विलयन में Cd आयन की सांद्रता का निर्धारण करने पर आधारित है। इसमें विसरण करंट और आयन की सांद्रता के बीच रैखिक संबंध का उपयोग किया गया है।
polarography in pharmaceutical analysis
प्रयोग: पोलेरोग्राफी द्वारा Cd आयन का निर्धारण
उद्देश्य:
इस प्रयोग का उद्देश्य है पोलेरोग्राफिक तकनीक का उपयोग करके किसी अज्ञात विलयन में Cd आयन की सांद्रता का निर्धारण करना।
सिद्धांत (Principle):
पोलेरोग्राफी एक विद्युत-रासायनिक तकनीक है, जिसमें किसी घोल में मौजूद आयनों की सांद्रता का निर्धारण उनके विसरण (Diffusion) करंट के आधार पर किया जाता है। विसरण करंट () और आयन की सांद्रता के बीच एक रैखिक संबंध होता है। इसके साथ, (आधा-तरंग विभव) का उपयोग विशिष्ट आयन की पहचान के लिए किया जाता है।
समीकरण:
जहाँ कार्यशील करंट है, विसरण करंट है, वोल्टेज और आधा-तरंग विभव है।
आवश्यक सामग्री (Materials Required):
- पोलेरोग्राफ
- कैपिलरी इलेक्ट्रोड
- सैचुरेटेड कैलोमेल इलेक्ट्रोड
- (पृष्ठभूमि इलेक्ट्रोलाइट)
- ज्ञात सांद्रता का Cd घोल
- जिलेटिन विलयन (0.2%)
विधि (Procedure):
- पोलेरोग्राफ के सेल में और ज्ञात Cd घोल डालें।
- सेल में (पृष्ठभूमि इलेक्ट्रोलाइट) और मिलाएँ।
- पोलेरोग्राफ के इलेक्ट्रोड (कैपिलरी और सैचुरेटेड कैलोमेल) को घोल में डुबाएँ।
- ज्ञात घोल का वोल्टेज () और विसरण करंट () मापें।
- अब अज्ञात Cd घोल का उपयोग करें और उपरोक्त प्रक्रिया को दोहराएँ।
- मापन के लिए विसरण करंट () और वोल्टेज () का डेटा दर्ज करें।
- विसरण करंट के मान के आधार पर ग्राफ प्लॉट करें:
- को के विरुद्ध प्लॉट करें।
पर्यवेक्षण तालिका (Observation Table):
सांद्रण (M) | विसरण करंट () (mA) | वोल्टेज () (V) |
---|---|---|
ग्राफ:
- विसरण करंट और वोल्टेज के बीच का रैखिक ग्राफ का निर्धारण करेगा।
- अज्ञात घोल का विसरण करंट ज्ञात कर, उसकी सांद्रता की गणना करें।
गणना (Calculation):
- ज्ञात सांद्रण के विसरण करंट के आधार पर, ग्राफ द्वारा रेखीय संबंध स्थापित करें।
- अज्ञात विसरण करंट के मान से सांद्रता का निर्धारण करें:
परिणाम (Result):
इस प्रयोग में, अज्ञात Cd आयन की सांद्रता के रूप में निर्धारित की गई।
नोट: सभी रासायनिक और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का सही ढंग से उपयोग सुनिश्चित करें।