Explore Chemistry Now

bsc 1st year 6th unit chemistry question

bsc 1st year 6th unit chemistry question.“B.Sc प्रथम वर्ष के छठे यूनिट रसायन विज्ञान के प्रश्नों का संग्रह, जिसमें महत्वपूर्ण अवधारणाएँ, रासायनिक सिद्धांत, प्रतिक्रियाएँ और सूत्र शामिल हैं। यह प्रश्नावली ऑर्गेनिक, इनऑर्गेनिक और फिजिकल केमिस्ट्री की बुनियादी समझ को सुदृढ़ करने के लिए उपयोगी है। छात्रों की तैयारी को बेहतर बनाने के लिए आदर्श संसाधन।”

bsc 1st year 6th unit chemistry question
bsc 1st year 6th unit chemistry question

bsc 1st year 6th unit chemistry question

bsc 1st year 6th unit chemistry question

"इलेक्ट्रॉनिक ट्रांज़िशन और वुडवर्ड-फाइज़र नियमों पर आधारित 15 बहुविकल्पीय प्रश्नों के साथ अपनी जानकारी का परीक्षण करें। π→π*, n→π* ट्रांज़िशन और विभिन्न संरचनात्मक कारक कैसे ऑर्गेनिक यौगिकों में UV अवशोषण को प्रभावित करते हैं, इस पर जानें। यह सेट UV-विज़िबल स्पेक्ट्रोस्कोपी के प्रमुख अवधारणाओं को कवर करता है और वुडवर्ड-फाइज़र नियमों का उपयोग करके कोंजुगेटेड डाईन और α,β-अनसैचुरेटेड कार्बोनिल यौगिकों के लिए λmax की भविष्यवाणी करने में मदद करता है। छात्रों और रसायन विज्ञान के शौकीनों के लिए उपयुक्त!"

1 / 15

वुडवर्ड-फाइज़र नियम में, α-β अनसैचुरेटेड ऐल्डिहाइड के लिए बेस वैल्यू क्या होती है?

2 / 15

π→π ट्रांज़िशन का कौन सा स्पेक्ट्रम शिफ्ट सबसे सामान्य होता है?

3 / 15

वुडवर्ड-फाइज़र नियम के अनुसार, कौन सा योगदान बेस वैल्यू में जोड़ता है?

4 / 15

किस यौगिक में अतिरिक्त अल्काइल समूह का जुड़ना UV स्पेक्ट्रम को कैसे प्रभावित करता है?

5 / 15

वुडवर्ड-फाइज़र नियम का उपयोग किस प्रकार के यौगिकों पर सबसे अच्छा होता है?

6 / 15

वुडवर्ड-फाइज़र नियम किस प्रकार के स्पेक्ट्रल शिफ्ट का अनुमान लगाने के लिए है?

7 / 15

वुडवर्ड-फाइज़र नियम में कौन सी फैक्टर की बढ़ोतरी UV अवशोषण को प्रभावित करती है?

8 / 15

वुडवर्ड-फाइज़र नियम के अनुसार बेस वैल्यू α,β-अनसैचुरेटेड कीटोन के लिए कितनी होती है?

9 / 15

वुडवर्ड-फाइज़र नियम किस प्रकार के यौगिकों के लिए लागू होते हैं?

10 / 15

वुडवर्ड-फाइज़र नियम (Woodward-Fieser Rules) के प्रश्न:

  1. वुडवर्ड-फाइज़र नियम किसका उपयोग करता है?

11 / 15

π→π ट्रांज़िशन में क्या विशेष होता है?

12 / 15

यूवी-विज़िबल स्पेक्ट्रोस्कोपी में कौन सा ट्रांज़िशन सबसे ज़्यादा ऊर्जा वाला होता है?

13 / 15

n→π ट्रांज़िशन सबसे कम ऊर्जा किसमें दर्शाता है?

14 / 15

n→π ट्रांज़िशन सबसे कम ऊर्जा किसमें दर्शाता है?

15 / 15

π→π ट्रांज़िशन किस प्रकार के यौगिक में होता है?

Your score is

The average score is 51%

0%

वुडवर्ड-फाइज़र नियम (Woodward-Fieser Rules) का उपयोग UV-विज़िबल स्पेक्ट्रोस्कोपी में किया जाता है। इन नियमों का उद्देश्य किसी यौगिक (compound) के UV-विज़िबल अवशोषण (absorption) की अधिकतम तरंगदैर्घ्य (λmax) की गणना करना है। वुडवर्ड-फाइज़र नियम विशेष रूप से conjugated dienes और α,β-अनसैचुरेटेड कार्बोनिल यौगिकों के लिए विकसित किए गए थे, लेकिन इनका उपयोग अन्य यौगिकों पर भी किया जा सकता है।

वुडवर्ड-फाइज़र नियम क्या है?

ये नियम विभिन्न यौगिकों के संरचनात्मक कारकों (structural factors) जैसे कि डबल बॉन्ड्स, अल्काइल सब्स्टीट्यूशन, एक्सो-साइक्लिक डबल बॉन्ड्स, आदि के आधार पर λmax की भविष्यवाणी करते हैं। प्रत्येक संरचनात्मक कारक (structural feature) के लिए एक मान (value) दिया जाता है, जिसे यौगिक की मूल वैल्यू (base value) में जोड़ा जाता है।

वुडवर्ड-फाइज़र नियम के आधारभूत सिद्धांत:

  1. बेस वैल्यू: हर यौगिक के लिए एक प्रारंभिक तरंगदैर्घ्य की वैल्यू होती है, जिसे आधार माना जाता है।
  2. ऑक्सोक्रोमिक और सब्स्टीट्यूटेंट इफेक्ट्स: विभिन्न समूह जैसे कि अल्काइल ग्रुप, डबल बॉन्ड्स, और एक्सो-साइक्लिक डबल बॉन्ड्स बेस वैल्यू में वृद्धि करते हैं, जिससे अवशोषण की तरंगदैर्घ्य बढ़ जाती है।
  3. कोंजुगेशन इफेक्ट: अधिक कोंजुगेशन होने से λmax बढ़ता है।

वुडवर्ड-फाइज़र नियम के आधार पर कुछ मुख्य यौगिक और उनकी बेस वैल्यू:

  • Conjugated Dienes:
    • बेस वैल्यू = 214 nm
    • अल्काइल सब्स्टीट्यूट्स या रिंग अवशेष = 5 nm
    • एक्सो-साइक्लिक डबल बॉन्ड = 5 nm
    • अतिरिक्त डबल बॉन्ड = 30 nm
  • α,β-अनसैचुरेटेड कार्बोनिल यौगिक (Enones):
    • बेस वैल्यू = 215 nm
    • अल्काइल सब्स्टीट्यूट्स या रिंग अवशेष = 10 nm
    • एक्सो-साइक्लिक डबल बॉन्ड = 5 nm
    • अतिरिक्त डबल बॉन्ड = 30 nm

उदाहरण (Examples):

  1. 1,3-Butadiene (कोंजुगेटेड डाईन):
    • यह एक कोंजुगेटेड डाईन है जिसमें कोई अल्काइल सब्स्टीट्यूशन नहीं है।
    • बेस वैल्यू: 214 nm
    • कोई अतिरिक्त प्रभाव नहीं है, तो λmax = 214 nm
  2. 1-Methyl-1,3-butadiene:
    • इस यौगिक में एक अल्काइल समूह जुड़ा हुआ है।
    • बेस वैल्यू: 214 nm
    • अल्काइल सब्स्टीट्यूट्स के लिए 5 nm जोड़े जाते हैं।
    • कुल λmax = 214 nm + 5 nm = 219 nm
  3. α,β-अनसैचुरेटेड कीटोन (Cyclohexenone):
    • बेस वैल्यू: 215 nm
    • चक्रवात संरचना के लिए 10 nm जोड़े जाते हैं।
    • कुल λmax = 215 nm + 10 nm = 225 nm
  4. 2,4-Hexadienone (एक α,β-अनसैचुरेटेड कीटोन):
    • बेस वैल्यू: 215 nm
    • अतिरिक्त डबल बॉन्ड के लिए 30 nm जोड़े जाते हैं।
    • कुल λmax = 215 nm + 30 nm = 245 nm

सारांश:

वुडवर्ड-फाइज़र नियम सरल और प्रभावी तरीके से यौगिकों के UV स्पेक्ट्रम के अधिकतम अवशोषण की तरंगदैर्घ्य (λmax) की भविष्यवाणी करते हैं। यौगिकों के विभिन्न संरचनात्मक घटकों के योगदान से λmax की सही गणना की जा सकती है।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top